बदलती धाराओं का लहर में डूबे इश्क़ के सफ़र
बदलती धाराओं का लहर में डूबे इश्क़ के सफ़र
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प्यार के इर्द-गिर्द घूमने वाले भ्रमण में शराब की लहरें बहती हैं. यह नशे का पहाड़ होता है जो हमारे इश्क़ को दीप्त बनाता है. हर बार में हमारी ख्वाहिशें एक नई दुआ के साथ फिर से जन्म लेती हैं. इसी उथल-पुथल में हम अपना इश्क़ बनाते हैं.
धीरे-धीरे में बहा शराब की उमंगें
उसका जीवन एक ड्रंकर्ड का आँगन है। हर शिरा में बहा पीला प्यास की चोटें ज्वारों के साथ।
यहाँ हर धीरे-धीरे एक बेहद की तरफ है।
हर पंछी में बसा एकरंग
हृदय की ज़्यादा तेज,पान का रस}
एक गली में, जहाँ सूर्यास्त अपने किरदार here निभा रहा था और वर्षा ने आनंदित को छुआ, एक लड़का खड़ा था। उसके दिल धमक रही थीं और उसमें से घबराहट की लहरें फ़ैल रही थीं। वह एक आँसु का स्वाद ले रहा था और उसके साथ जीवन की बेचैनी भी जुड़ी हुई थी।
इश्क़ की महफ़िल में धूम मचाने वाली शायरी
ये तो वो लय है जो जज़्बातों को हवा देती है। हर पंक्ति में उमंग छिपी होती है, शराबी शायरी जिसे सुनकर दिल में एक नया रंग भर आता है। जो शब्दों का मिलन करता है, वो भी तो खुद ही एक लुभाऊ|
शराब का रंग, दिल की गहराई
प्यासा है वो, जिसे आत्मा से भी खुशी नहीं मिलता। वो शराबी बन जाता है, उसे नशा करता है, जो अस्पष्ट कर दे संसार की रंगत को।
उसकी नींद में गहराई दिखाई देता है, जैसे वो रक्त का स्वाद ले रहा हो।
इसका मतलब है कि वो निरंतर ही है, जो खुद को भूल गया है।
खुशियों की रफ़्तार
एक व्यक्ति को देखो, उसके अंदर छिपी है जरूरत. वो बोलता प्यार के शब्दों से. आत्मा में उमंग की रोशनी. वो इश्क़ का उड़ान तलाश रहा है.
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